महिला ब्लागर को अपना फ़ोटू व नाम देना पसंद नहीं है। इस पोस्ट में उनका नाम था। इसे किसी ब्लाग वाले ने छाप दिया तो उन महिला ब्लागर ने कहा कि हमारा फ़ोटू निकालो। उन ब्लागर साहब ने तो निकाला नहीं पर हमने निकाल दिया।देखो फ़ोटू निकालना कितना आसान है ?
पर कोई निकालना चाहे तब न .
बेकार भूसे में लठ्ठ बजाने से क्या फ़ायदा ?
लोग बाग कह भी रहे थे कि नई पोस्ट लाओ नई पोस्ट लाओ।
लो भई थामो नई पोस्ट !!!
एक धर्म की ख़ास, करे नारी पर रचना
सचिवों ने की गड़बड़ी, खुश कर दित्ता बास ।
ऐसी-तैसी कर गये, एक धर्म की ख़ास ।
एक धर्म की ख़ास, करे नारी पर रचना ।
माफ़ी लेता माँग, मगर रचना से बचना |
है सच्चा इंसान, अगर गलती वह माने |
विषय जाइए भूल, यही कह गए सयाने ||
1 comment:
badiya lagi andaaje-bayan..
bahut khoob!
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